एक शादी देखी और दिल खुश हो गया रणदीप हुड्डा और लिन लैशराम की शादी
मैतेई रस्मों के साथ हुई एक मणिपुरी शादी !
सभ्यता और संस्कृति से सजी एक सुंदर शादी ..
ना कोई बॉलीवुड म्युज़िक ..
न कोई छिछोरा नाच .
सजी धजी सुन्दर सम्रध महिलाएं,
और गरिमामयी पुरुष.
हो भी क्यों ना !
आखिर मणिपुर के हिन्दू वैष्णव मैती समुदाय का 2000 साल का इतिहास है,
सबसे सभ्य और सबसे सुसंस्कृत..
बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा ने अपनी गर्लफ्रेंड लिन लैशराम के साथ बुधवार को मणिपुर के इंफाल में मैतेई विवाह समारोह में शादी की।
रणदीप हुड्डा मणिपुर के पारंपरिक व्हाइट धोती-कुर्ता पहने हुए दिख रहे हैं। उनके सिर पर ट्रेडिशनल पगड़ी हैं।
पारंपरिक आउटफिट में कोक्यत गड़ी, पुण्यात यानी कुर्ता, फीजोम यानी धोती और इन्नाफी यानी चारो पर लपेटे जाने वाला कपडा है।
रणदीप हुड्डा की भाव भंगिमा ज़बरदस्त हैं।
मणिपुर की बिद्या सपम ने बताया कि मणिपुरी शादी में दूल्हा ज्यादा हंसी ठिठोली नहीं करता।
ना ही शादी की रस्मों के दौरान दूल्हे बेवजह के मजाक और कूद फांद करते हैं।
बल्कि शांत चित , चेहरे पर मुस्कान लिए गरिमा के साथ बैठते हैं।
दुल्हन लिन लैशराम
दुल्हन बनीं लिन लैशराम ने मैरून कलर की पारंपरिक ब्राइडल पोटलोई ड्रेस पारंपरिक गहनों के साथ पहनी है।
लिन ने पोटलोई या पोलोई, मोटे कपड़े और बांस से बनी एक बेलनाकार स्कर्ट पहनी हुई थी।
इसे साटन और मखमली मैटीरियल के साथ-साथ जेम्स और गिलिटर्स से एम्बेलिश्ड किया गया था।
शादी की रस्में इम्फाल के चुमथांग शन्नापुंग रिसॉर्ट में हुईं।
जयमाला पहनाने की परम्परा का कितनी सादगी और पवित्रता के साथ निर्वाह हुया है।
आज कल की सेलेब्रिटी शादियों को देखिये,,
सब एक जैसे ही दिखते हैं ।
एक जैसे कपडे , एक जैसा म्यूजिक और एक जैसे फोटो शूट !
नाचते हुए दुल्हन आती है और जिसे देखते ही भावुक दूल्हा रोने लगता है।
क्या नौटंकी है यार !
इन्ही सो काल्ड सेलेब्रिटी शादी की देखा देखी आज सबको पंजाबी स्टाइल में शादी करनी है।
क्या यूपी क्या बिहार क्या एमपी !
सब जगह इसी की सस्ती नकल !
वही खाना , वही कपडे , वही कल्चर , वही दारुबाज़ी
हर जगह की शादी चौपट हो गयी है।
ऐसे में जब किसी शादी की इतनी सुन्दर तस्वीरें दिखें
तो मन प्रसन्न हो जाता है
अभिनेता रणदीप हुडा ने मणिपुर की अभिनेत्री लिन से मैतेइ रीति रिवाज से शादी कर ली। पिछले 8 महीने से हिंसा और अशांति के शिकार मणिपुर को मरहम लगाने का इससे बेहतर तरीक़ा हो ही नहीं सकता था। महाभारत में वर्णित है कि इंद्रप्रस्थ के युवराज अर्जुन ने मणिपुर की राजकुमारी चित्रांगदा से विवाह किया था, आज 5000 साल बाद उसी इंद्रप्रस्थ वाले इलाक़े हरियाणा के रणदीप हूड़ा ने मणिपुर की राजकुमारी जैसी ही लड़की से विवाह करके उत्तर और उत्तर पूर्व के रिश्ते को फिर से मज़बूत किया है।
दोनों को उनके सफल वैवाहिक जीवन की मंगलकामना






